रायगढ़ 27 जून । रायगढ़ जिला औद्योगिक क्षेत्र होने के चलते वर्तमान में अत्यधिक दूषित जल केलो नदी में प्रवाहित हो रही है, जिसको विजयपुर स्थित वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट में ट्रीटेड या शुद्ध करने में समय लग रहा है। इसका सीधा असर शहर में पानी सप्लाई पर भी पढ़ रहा है।
निगम जल विभाग के अधिकारियों ने बताया कि वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट में केलो नदी से लिए गए पानी को शुद्ध कर निगम के सभी वार्डों में सप्लाई की जाती है। वर्तमान में नदी में बहुत ज्यादा अशुद्धियों के साथ पानी प्रवाहित हो रही है, जिसे वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट में शुद्ध करने में समय अतिरिक्त लग रहा है। इससे नदी में ज्यादा अशुद्धियां के साथ पानी प्रवाहित होने के कारण ट्रीटमेंट प्लांट से सप्लाई किए जाने वाले पानी का रंग भी कहीं-कहीं क्षेत्र में हल्का मटमैला हो सकता है।
आम दिनों में पानी का टर्बिडिटी नदी में 1.5 से 2.0 नेफेलोमेट्रिक टर्बिडिटी यूनिट (एनटीयू) तक होती है, जो कि वर्षा ऋतु होने से यह बढ़कर 135 एनटीयू से 150 एनटीयू तक पहुंच गयी है, जिससे वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट को पानी अत्याधिक मटमैला एवं औद्योगिक इकाई के आस-पास होने के कारण पानी काला प्राप्त हो रहा है, जिससे प्लांट की मशीनें बहुत जल्दी जाम हो रहें है। इससे प्लांट की क्षमता प्रभावित हो रही है। अतएव उपचारित पानी की उपलब्धता कम होने के कारण आगामी समय में शहर के कुछ स्थानों पर पानी की सप्लाई कम मात्रा में या विलंब से होगी।
नदी के पानी में अशुद्धियों के अत्यधिक स्तर होने के कारण घरों में सप्लाई होने वाले पानी के कलर में अंतर हो सकता है। इसलिए निगम प्रशासन ने घरों में सप्लाई होने वाले पानी को उबाल कर और छानकर पीने एवं खाना बनाने के लिए उपयोग करने की अपील की है।