धमतरी,31 अक्टूबर । समर्थन मूल्य में धान की खरीद इस साल से बायोमेट्रिक्स सिस्टम से किया जाना था। इसके लिए शासन के निर्देशानुसार धान बेचने वाले सभी किसानों के नामिनी दर्ज हो गई है। पुराने किसानों का कैरीफारवर्ड भी किया जा चुका है। बायोमेट्रिक्स सिस्टम से समर्थन मूल्य पर धान खरीद की पूरी तैयारी जिले के सभी सोसाइटियों में किया जा चुका था, लेकिन खरीद शुरू के एक दिन पहले तक जिले के सभी 100 खरीद केन्द्रों में अब तक बायोमेट्रिक्स सिस्टम नहीं पहुंच पाया है।
समर्थन मूल्य में धान की खरीद इस साल से बायोमेट्रिक सिस्टम से होना है। एक नवंबर से धान खरीदी शुरू होनी है, लेकिन अभी तक शासन से बायोमेट्रिक सिस्टम खरीद केन्द्रों में नहीं पहुंचा है, ऐसे में इस सिस्टम से खरीदी फिलहाल मुश्किल है। कल से जिले के सभी 100 खरीद केन्द्रों में अन्य सालों की तरह मैनुअल पद्धति से खरीदकी जाएगी, ताकि खरीद में किसी तरह की दिक्कतें न हो। बायोमेट्रिक्स सिस्टम आने के बाद ही इस पद्धति से समर्थन मूल्य में धान की खरीद शुरू हो पाएगी। सभी खरीदी केन्द्रों में समर्थन मूल्य पर धान की खरीद शुरू होनी है। बिना बायोमेट्रिक्स सिस्टम के खरीद कर पाना मुश्किल है इसलिए इस साल भी बायोमेट्रिक्स सिस्टम के आने तक सभी खरीद केन्द्रों में अन्य सालों की तरह मैनुअल पद्धति से ही समर्थन मूल्य पर किसानों से धान की खरीद की जाएगी।
इस साल खरीफ सीजन के धान फसल की कटाई-मिंजाई पखवाड़ेभर पहले से शुरू हो चुकी है। उत्पादित धान को किसान घरों में रखे हुए है। किसानों को अब धान बेचने का बेसब्री से इंतजार है। धान बेचने के लिए किसान तुंहर हाथ एप के माध्यम से 30 से 40 प्रतिशत केन्द्रों में आनलाइन टोकन भी कट चुक है। पहले ही दिन से समर्थन मूल्य पर धान बेचने के लिए बड़ी संख्या में किसानों के केन्द्रों में पहुंचने की संभावना है। उल्लेखनीय है कि इस साल समर्थन मूल्य पर धान बेचने के लिए अभी तक एक लाख 23908 से अधिक किसानों का पंजीयन हो चुका है। इस साल 54 लाख क्विंटल धान खरीदी का लक्ष्य जिले में है। क्योंकि पिछले साल की तुलना में इस साल किसानों से प्रति एकड़ 20 क्विंटल धान खरीद की जाएगी। इस संबंध में उपपंजीयक सहकारिता धमतरी प्रदीप ठाकुर ने कहा कि जिले के केंद्रों में बायोमेट्रिक्स सिस्टम नहीं पहुंचा है। पिछले साल की तरह इस साल भी मैनुअल पद्धति से समर्थन मूल्य पर धान की खरीद की जाएगी। जब केन्द्रों में बायोमेट्रिक्स सिस्टम पहुंच जाएगा, तब इस सिस्टम से धान की खरीद की जाएगी।