रायपुर, 22 मई । संसदीय सचिव छग शासन एवं विधायक कांकेर शिशुपाल शोरी ने सोमवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि भाजपा द्वारा षड़यंत्र के तहत मई में गौठान भ्रमण का कार्य किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ में मई से लेकर जून के प्रथम सप्ताह तक मवेशियों को खुला छोड़ देने की परम्परा है। कब मवेशियों को खुला छोड़ा जायेगा एवं कब रोका-छेका के माध्यम से मवेशियों को खुले में चरने से रोका जायेगा इसका निर्धारण भी गांव में सामूहिक निर्णय के द्वारा किया जाता है।
उन्होंने कहा कि जहां तक भूपेश सरकार का गौठान प्रबंध का प्रश्न है कृषकों को उनके मवेशियों की देखभाल एवं छाया-पानी उपलब्ध कराने के साथ ही साथ गांव में सक्रिय महिला स्व सहायता समूहों को गोबर खरीद, वर्मी कम्पोस्ट का निर्माण, साग-सब्जी की खेती, मछली पालन, मुर्गी, बकरी, सूकर पालन आदि के साथ ही गोबर से पेन्ट बनाकर अतिरिक्त आय सृजित करने की अभिनव योजना है। अब गांव के महिलाओं को किसी अन्य जिले में रोजगार हेतु भटकना नहीं पड़ रहा है। गांव में गौठान निर्माण होने से महिला को गांव में ही रोजगार के साथ ही साथ अतिरिक्त आय अर्जित कर अपने तथा अपने परिवार का भरण-पोषण करने में सहायता मिल रही है, जिसे भाजपाई भूपेश सरकार की इस उपलब्धि को पचा नहीं पा रहे हैं।
शोरी ने कहा कि मवेशियों को गौठानों में लाने के लिए किसी को बाध्य नहीं किया जा सकता अगर अपने घरों में मवेशियों की उचित देखभाल कर सकते हैं तो उन्हें गौठानों में मवेशी भेजने की आवश्यकता नहीं होती है। पशु पालकों के सुविधा के लिए गौठान एक उत्तम स्थान है, जहां पर अपने मवेशियों को दिन में गोठान में रख सकते हैं तथा रात को अपने घर ले जा सकते हैं। गौठान के माध्यम से ग्रामीणों को रोजगार सृजन के संसाधन उपलब्ध कराये जाते हैं, जिसका उपयोग कर ग्रामीण कृषि के अतिरिक्त आय अर्जित करते हैं।
गौठान में सम्पूर्ण गतिविधियां व्यापारिक एवं वाणिज्यिक होते हैं, जिसका संचालन गोठान समिति एवं महिला स्व सहायता समूहों के द्वारा किया जाता है। एक प्रकार से गौठान कार्यक्रम जनता का कार्यक्रम है। सरकार का दायित्व सिर्फ अपेक्षित आधार भूत संरचना प्रदान करना होता है। आर्थिक लेन-देन के समस्त कार्य पारदर्शी ढंग से बैंकों के माध्यम से संचालित किया जाता है। भाजपा के द्वारा गले फाड़-फाड़कर घोटाले का हल्ला करना सिर्फ और सिर्फ जनहितैषी कार्यों को अवरोध कर जनता को अतिरिक्त आय सृजन से रोकना है। जनता अब उनके झांसे में आने वाली नहीं है। गांव के विकास में रोड़े अटकाने वाले भाजपाइयों को आने वाले विधानसभा चुनाव में जनता मुंह तोड़ जवाब देगी।