रांची, 27 फ़रवरी । झारखंड की राजधानी रांची में जी-20 (दुनिया के विकासशील और विकसित देशों का संगठन) की बैठक दो मार्च को होने वाली है। जी-20 देशों के डेलीगेट्स के स्वागत तैयारियां अंतिम चरण में हैं। जी-20 के 60 डेलीगेट इस बैठक में हिस्सा ले रहे हैं। कार्यक्रमों के सफल आयोजन के लिए जिले के पांच वरीय पदाधिकारियों को जिम्मेदारी मिली है। इनमें राहुल पुरवार, मनीष रंजन, अमिताभ कौशल, कृपा झा और उमा शंकर सिंह का नाम शामिल हैं।
आईएएस राहुल पुरवार को एयरपोर्ट की जिम्मेदारी दी गयी है। टीम की अगवाई नीतीश सिंह और मनीष कुमार करेंगे। इनकी टीम में शताब्दी मजूमदार और रविशंकर हैं। इसके अलावा सभी पदाधिकारी अपने वरीय पदाधिकारियों के साथ मिलकर कई जिम्मेदारियों निभायेंगे।
विदेश मंत्रालय से प्राप्त कार्यक्रम के अनुसार, प्रतिनिधियों और वीआईपी के आगमन और प्रस्थान का समन्वय करना।
- प्रस्थान और आगमन दोनों टर्मिनलों पर हवाई अड्डे की ब्रांडिंग की देखभाल करना, केंद्रीय विदेश मंत्रालय ईएमसी और राज्य पर्यटन एजेंसी के ब्रांडिंग पार्टनर के साथ समन्वय करना।
- सुचारु सुरक्षा जांच और प्रतिनिधियों और वीआईपी के लिए अलग काउंटर सुनिश्चित करने के लिए एयरपोर्ट अथॉरिटी के अधिकारियों, सीआईएसएफ के साथ समन्वय करना।
- आगमन और प्रस्थान लाउंज दोनों में अल्पाहार और पेय पदार्थ परोसने के लिए रेडिसन ब्लू टीम के साथ समन्वय करना।
- हवाईअड्डे से प्रतिनिधियों को अनुरक्षण करने के लिए संपर्क अधिकारियों के साथ समन्वय करना।
- हवाईअड्डे पर अतिथियों के स्वागत के लिए सांस्कृतिक निदेशालय से समन्वय करना। साथ ही आवश्यकतानुसार अन्य कोई काम करना।
- जिला प्रशासन एवं एयरपोर्ट अथॉरिटी से सभी संबंधितों के पास जारी करना।
- प्रतिनिधियों की सहायता के लिए केंद्रीय विदेश मंत्रालय ईएमसी और हवाईअड्डा प्राधिकरण से पोर्टर्स देना।
आईएएस मनीष रंजन को होटल रेडिशन ब्लू की जिम्मेदारी मिली है। टीम की अगुवाई हिमांशु मोहन, आकांक्षा रंजन और कर्ण सत्यार्थी करेंगे और उनके टीम में आशीष गंगवार तथा आशीष कुमार जायसवाल हैं।
-प्रतिनिधियों को एस्कॉर्ट करने के लिए संपर्क अधिकारियों के साथ समन्वय करना हवाई अड्डे से होटल तक।
- रात में होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए निदेशालय के साथ समन्वय करना और गाला डिनर।
-होटल में प्रतिनिधियों और वीआईपी को कॉफी टेबल बुक्स और उपहारों का वितरण।
- मेडिकल टीम और कार्डियक एम्बुलेंस के लिए रांची प्रशासन के साथ होटल में 247 समन्वय करना।
-रात में होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम और गाला डिनर में भाग लेने वाले राज्य के गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत करना।
-जिला प्रशासन से सभी संबंधितों के पास जारी करना, आवश्यकता अनुसार कोई अन्य कार्य।
-पतरातू रिजॉर्ट में आयोजित कार्यक्रम की जिम्मेदारी अमिताभ कौशल को मिली।
पतरातू झील रिजॉर्ट में होने वाले कार्यक्रम के लिए आईएएस अमिताभ कौशल को जिम्मेदारी दी गयी है। टीम की अगुवाई ऋतुराज करेंगे और उनकी टीम में उत्कर्ष कुमार, विसपुते श्रीकांत और सुजीत कुमार सिंह हैं।
-स्टेट टूरिज्म एजेंसी के पार्टनर ब्रांडिंग के साथ समन्वय करते हुए शिल्प ग्राम की स्थापना।
-आगमन पर स्नैक्स और पेय पदार्थ परोसने और पतरातू में लंच परोसने के लिए रेडिसन ब्लू टीम के साथ समन्वय सहारा लेना।
-टीम का स्वागत करने के लिए सांस्कृतिक निदेशालय के साथ समन्वय करना और लाइव प्रदर्शनों के लिए स्टॉल लगाना।
-जेएसएलपीएस, खादी, ट्राइब्स इंडिया, झारक्राफ्ट के साथ उनके संबंधित स्टालों के लिए समन्वय करना।
-जिला प्रशासन की ओर से सभी संबंधितों को पास जारी करना।
-नौका विहार सुविधाओं के लिए एनडीआरएफ और जेटीडीसी के साथ समन्वय।
-पतरातू द्वीप पर समन्वय व्यवस्था, कोई भी अन्य कार्य आवश्यकतानुसार।
-पतरातू और शिल्पग्राम पैम्फलेट डिजाइन करना और वितरण करना।
यातायात और रांची जिला प्रशासन के साथ समन्वय के लिए आईएएस कृपा झा और उमा शंकर सिंह को जिम्मेदारी दी गयी है। टीम की अगुवाई उत्कर्ष गुप्ता कर रहे हैं और उनकी टीम में ओम प्रकाश गुप्ता, सन्नी राज और ठाकुर गौरी शंकर शर्मा हैं।
-वाहनों की उपलब्धता, चालकों और वाहनों की सुरक्षा जांच के लिए केंद्रीय टीएमसी के साथ समन्वय करना।
- विभिन्न स्थलों पर पार्किंग की व्यवस्था।
-जिला प्रशासन की ओर से पतरातू जाने के लिए लग्जरी बसों की व्यवस्था करना।
- जिला प्रशासन की ओर से सभी संबंधितों को पास जारी करना।
-जिला प्रशासन की आवश्यकता के अनुसार रांची शहर भर में व्यू कटर की योजना, आवश्यकता के अनुसार कोई अन्य कार्य।
संपर्क अधिकारियों के समन्वय के लिए टीम की अगुवाई करने की जिम्मेदारी विशाल सागर को दी गयी है और उनके टीम में अनिमेष रंजन और पीयूष कुमार हैं।
-विदेशी प्रतिनिधियों के साथ एलओएस की जांच और टैगिंग।
-सॉफ्ट स्किल्स पर एलओएस का प्रशिक्षण।
- हवाई अड्डे पर और पतरातू शिल्प ग्राम में प्रतिनिधिमंडलों और वीआईपी की सहायता के लिए एलओएस प्रदान करना और आवश्यकता अनुसार अन्य कार्य करना।