धमतरी, 30 जून ।धमतरी जिले के मगरलोड विकासखंड के ग्राम रांकाडीह में कुम्हड़ा तालाब को अमृत सरोवर बनाया गया है। वर्तमान में इस तालाब में पानी भरा हुआ है। कुम्हड़ा तालाब का क्षेत्रफल तीन एकड़ का है। प्रशासन द्वारा तालाब सुंदरीकरण किया गया है, इससे यहां का आकर्षण बढ़ गया है।
पूरे भारत वर्ष में आजादी की वर्षगांठ को अमृत महोत्सव के रूप में मना रहे थे, तब देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस 2022 के अवसर पर 24 अप्रैल 2022 को मिशन अमृत सरोवर का शुभारंभ करते हुए देशवासियों से जल का संरक्षण करते हुए संरचनाओं का कायाकल्प करने की बात कही। ग्रामीण विकास मंत्रालय (ग्रामीण विकास विभाग, भूमि संसाधन विभाग), जलशक्ति मंत्रालय (जल संसाधन विभाग, पेयजल और स्वच्छता विभाग), संस्कृति मंत्रालय, पंचायती राज मंत्रालय, पर्यावरण वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, भास्कराचार्य राष्ट्रीय अंतरिक्ष अनुप्रयोग और भू-सूचना विज्ञान संस्थान एक व्यापक लक्ष्यों को पूरा करने के लिए कार्य कर रही है।
इन संस्थाओं के माध्यम से जिले के अमृत सरोवर को नया स्वरूप दी जा रही है। ग्राम पंचायत सरपंच खेमलता साहू ने बताया कि निर्मित अमृत सरोवर में पिचिंग निर्माण, पचरी निर्माण तथा सौंदर्यीकरण एवं पर्यावरण की दृष्टि से नीम, पीपल, एवं बरगद का पौध व पाम पेड़ का रोपण किया गया है। ग्राम पंचायत सरोवर व आसपास की साफ सफाई पर पैनी नजर रखे हुए है। कुम्हड़ा तालाब अमृत सरोवर तालाब के परिसर में 15 अगस्त 2022 को ध्वजारोहण एवं 26 जनवरी 2023 को झंडा फहराने का कार्यक्रम रखा गया था, जिसमे स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के परिवार शामिल होकर ध्वजारोहण किया गया। साथ में अन्य ग्रामीण भी उपस्थित रहे। उपस्थित सदस्यों द्वारा अमृत सरोवर तालाब को धरोहर के रूप में संजोकर रखने हेतु संकल्प लिया गया मालूम हो कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की भूमि के रूप में जाना जाता है। जहां पंडित सुंदरलाल शर्मा एवं नारायणराव मेघावाले जैसे महान सपूतों ने यहां जनजागरण को जनमानस तक पहुंचाया।
ग्रामवासियों को उपलब्ध हो रही है निस्तारी सुविधा
जिला पंचायत सीईओ रोक्तिमा यादव ने बताया कि -कुम्हड़ा तालाब निर्माण से ग्रामवासियों को निस्तारी सुविधा उपलब्ध हो रही है। वहीं जय मां चंडी महिला मछवारा समिति द्वारा मछली पालन से ग्राम पंचायत को 50 हजार रुपये की आमदनी हो रही है। कुम्हड़ा तालाब में अमृत सरोवर निर्माण नई पीढ़ी के लिए ऐतिहासिक और प्रेरक है।