12 प्रमुख समुदायों को अजजा की सूची में शामिल करने का निर्णय ऐतिहासिक : सत्यानंद राठिया

रायगढ़ 26 जुलाई 23 । भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य सत्यानंद राठिया ने 12 जनजाति समुदायों को अनुसूचित जनजाति सूची में शामिल कर उन्हें उनके संवैधानिक अधिकार व लाभ प्रदान करने के लिए कानून बनाने पर प्रसन्नता व्यक्त किया है।

बुधवार की देर शाम को आयोजित पत्रकार वार्ता में राठिया ने कहा कि आजादी के बाद से महज़ लिपिकीय त्रुटि के कारण पिछले 70 वर्ष से अपने संवैधानिक अधिकारों और आरक्षण के लाभ से वंचित 12 जनजाति समुदायों के लोग अब अपना स्वर्णिम भविष्य गढ़ पाएंगे। राठिया ने कहा कि भारत के, विशेषकर आदिवासी प्रदेश छत्तीसगढ़ के इतिहास में कल 25 जुलाई का दिन मील के पत्थर के रूप में याद किया जाएगा, जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार ने देश के 12 प्रमुख समुदायों को अनुसूचित जनजाति सूची में शामिल कर लिया। कल राज्यसभा से भी यह विधेयक पारित होने के बाद अब क़ानून बन गया है। इससे इस महत्वपूर्ण निर्णय के लिए प्रदश भाजपा देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केन्द्रीय जनजाति कल्याण मंत्री अर्जुन मुंडा व केन्द्रीय राज्य मंत्री रेणुका सिंह का बार-बार अभिनंदन करती है।

इन जातियों को मिलेगा लाभ

भाजपा प्रदेश महामंत्री ओपी चौधरी ने सूची में शामिल जातियों का विवरण दिया। जिसमें भारिया भूमिया के समानार्थी भूईया, भूईयाँ, भूयां, धनवार के समानार्थी धनुहार धनुवार, नगेसिया, नागासिया के समानार्थी किसान, सावर, सवरा के समानार्थी सौंरा, संवरा, धांगड़ के साथ प्रतिस्थापित करते हुए सुधार, बिंझिया, कोडाकू के साथ साथ कोड़ाकू, कोंध के साथ-साथ कोंद, भरिया, भारिया, पंडो, पण्डो, पन्डो को जनजाति वर्ग में शामिल किया गया है।

संसद में चर्चा

ओपी चौधरी ने कहा कि 25 जुलाई को इस संबंध में संसद में प्रस्तुत विधेयक पर हुई चर्चा में भाग लेकर विभागीय मंत्री रेणुका सिंह ने सही कहा कि आज का यह दिन न केवल छत्तीसगढ़ में निवासरत आदिवासी समुदायों के लिए, अपितु देशभर में निवासरत 700 (सात सौ) जनजाति समुदायों के लिए ऐतिहासिक है। जिन 12 जातियों को सूची में लाने के लिए यह संशोधन प्रस्ताव लाया गया है, उनमें से 10 जातियाँ लिपिकीय त्रुटियों के कारण संविधान प्रदत्त अधिकारों और लाभ से आजादी के इतने वर्षों बाद भी वंचित थीं। यहां विशेष तौर पर उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ में राष्ट्रपति का दत्तक पुत्र कही जाने वाली विशेष पिछड़ी पण्डो जनजाति भी आजादी के 75 वर्ष बाद भी अनुसूचित जनजाति सूची में शामिल नहीं किए गए थे।

पत्रकार वार्ता में भाजपा जिलाध्यक्ष उमेश अग्रवाल,भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य गुरुपाल सिंह भल्ला,पूर्व विधायक विजय अग्रवाल,जिला पंचायत सदस्य देवेंद्र प्रताप सिंह,जिला भाजपा उपाध्यक्ष अरुण राय,जिला पंचायत सद्स्य रोहणी बसंत राठिया,जिला पंचायत सदस्य सहौद्रा दुर्गेश राठिया,जनपद सदस्य जागेश सिंह,पूर्व जनपद अध्यक्ष अमलसाय राठिया,भाजपा जिला संवाद प्रमुख मनीष शर्मा,रायगढ़ विधानसभा मीडिया सहप्रभारी ओंकार तिवारी उपस्थित रहे।