(FM Hindi):-- बीजेपी नेता जगन्नाथ प्रधान को ड्यूटी पर तैनात ओडिशा प्रशासनिक सेवा (ओएएस) अधिकारी पर हमले के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
श्री प्रधान ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया और अब इस घटना के संबंध में उनसे पूछताछ की जाएगी।
प्रधान ने पत्रकारों से कहा, मैंने इस हमले की सार्वजनिक रूप से निंदा की है। इस तरह की घृणित घटना अस्वीकार्य है और इसे दोबारा नहीं होना चाहिए। इस घटना में मेरी संलिप्तता का कोई सबूत नहीं होने के बावजूद, मुझे, मेरी पार्टी और सरकार को बदनाम करने के लिए विभिन्न कोणों से सुनियोजित प्रयास किया गया।
उन्होंने आगे कहा, ओएएस एसोसिएशन भी मेरी गिरफ्तारी की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहा है। इस विरोध के परिणामस्वरूप, जंगल में रहने वाले लोगों के लिए सेवाएं, क्षति का आकलन और मुआवजे की प्रक्रिया प्रभावित हो सकती है, साथ ही महाप्रभु की बहुड़ा यात्रा और सुनाबेशा भी प्रभावित हो सकते हैं।
यदि मेरी गिरफ्तारी से ये सभी समस्याएं हल हो जाती हैं, तो भारतीय जनता पार्टी के सम्मान और ओडिशा के लोगों के व्यापक हित के लिए, मैं इस घटना की जांच में सहयोग करने जा रहा हूं।
जगन्नाथ प्रधान के कर्मचारियों ने कथित तौर पर भुवनेश्वर नगर निगम (बीएमसी) के अतिरिक्त आयुक्त रत्नाकर साहू को उनके कार्यालय से बाहर खींचा और फिर उनकी पिटाई की और लात मारी।
प्रधान ने यह भी दोहराया कि उन्होंने इस हमले की सार्वजनिक रूप से निंदा की थी, साथ ही यह आरोप लगाया कि उन्हें और उनकी पार्टी को बदनाम करने की कोशिश की गई।
इस हमले के सिलसिले में प्रधान सहित कुल छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है।श्री साहू पर हुए हमले के बाद पूरे राज्य में ओएएस अधिकारी सामूहिक अवकाश पर चले गए थे।