कांग्रेस के लिए महिला उत्पीड़न के मुद्दे पर समझौता करने का सवाल ही नहीं उठता : भक्त चरण दास

कांग्रेस के लिए महिला उत्पीड़न के मुद्दे पर समझौता करने का सवाल ही नहीं उठता : भक्त चरण दास

जगदानन्द प्रधान

भुवनेश्वर : बालेश्वर की सौम्याश्री आत्महत्या, निमापड़ा घटना और राज्य में बढ़ते महिला उत्पीड़न के साथ-साथ सरकार की चुप्पी के खिलाप् आज कांग्रेस भवन में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष श्री भक्त चरण दास ने सरकार की कड़ी आलोचना की।

श्री दास ने आगामी 24 तारीख को सौम्याश्री की एकादशी को पूरे ओडिशा में श्रद्धांजलि दिवस के रूप में मनाने और निमापड़ा घटना में उपचाररत छात्रा के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करने का आह्वान किया। साथ ही, उन्होंने राज्य के विभिन्न विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में एक मिनट का मौन प्रार्थना करने और एक दिन के लिए शैक्षणिक संस्थानों को बंद करने का अनुरोध किया।

उन्होंने कहा कि जब तक राज्य में महिला उत्पीड़न बंद नहीं होता और महिलाओं को उचित न्याय नहीं मिलता, तब तक कांग्रेस का संघर्ष और आंदोलन जारी रहेगा।

बालेश्वर की पीड़िता ने मुख्यमंत्री, राज्य शिक्षा मंत्री, केंद्रीय शिक्षा मंत्री, सांसदों, विधायकों और जिला पुलिस अधीक्षक से मदद की गुहार लगाई थी, लेकिन किसी ने भी उनकी बात नहीं सुनी। सौम्याश्री ने एक वीडियो में अपनी पीड़ा व्यक्त की थी, फिर भी सरकार और प्रशासन ने आंखें बन्द करलीं, जिसके कारण छात्रा को अपनी जान गंवानी पड़ी।

श्री दास ने सवाल उठाया कि पुलिस ने एफआईआर क्यों दर्ज नहीं की और कहा कि इस सवाल का जवाब मुख्यमंत्री को देना होगा, जो युगों तक गूंजेगा। उन्होंने कहा कि ओडिशा की जनता ऐसी गलती को कभी माफ नहीं करेगी।

कांग्रेस ने इस मामले की जांच के लिए अपनी ज्यूडिशियल कमेटी के माध्यम से जांच की मांग की थी, लेकिन सरकार ने क्राइम ब्रांच को जांच सौंपी। इस जांच का नेतृत्व ऐसे अधिकारी को दिया गया है, जिनके खिलाफ उत्पीड़न का लंबा इतिहास है, जिसे आने वाले दिनों में उजागर किया जाएगा।

श्री दास ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि वे कांग्रेस को कमजोर समझ रहे हैं, तो यह उनकी सबसे बड़ी भूल होगी। यदि कांग्रेस के खिलाफ कोई साजिश की गई, तो मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, मंत्रियों आदि सभी की बातें सामने आएंगी और इसके लिए सरकार को तैयार रहना चाहिए।

श्री दास ने पत्रकारों के विभिन्न सवालों का जवाब देते हुए कहा कि महिला सम्मान सामाजिक न्याय है और हमारा संघर्ष महिलाओं के लिए न्याय के लिए है। सरकार अभी तक राज्य महिला आयोग की नियुक्ति नहीं कर पाई है। यदि सरकार अपनी ही पार्टी की एबीवीपी छात्रा को न्याय देने में सक्षम नहीं हो पाई, तो इस सरकार को सत्ता में रहने का कोई अधिकार नहीं है।

एबीवीपी अपनी छात्रा नेता को सुरक्षा नहीं दे पाई। लेकिन हमारी पार्टी ने अपने छात्र अध्यक्ष के गिरफ्तार होते ही तुरंत निलंबन कर दिया। उन्होंने घोषणा की कि महिला उत्पीड़न के मामले में किसी भी किसि तरह का समझौता नहीं किया जाएगा। इसके साथ ही, प्रदेश कांग्रेस की ओर से महिला उपाध्यक्ष सस्मिता बेहरा के नेतृत्व में एक छह सदस्यीय समिति गठित की गई है, जो तुरंत पीड़िता से मिलकर सत्यता जानने का प्रयास करेगी। उन्होंने दृढ़ता के साथ कहा कि हम महिला न्याय के लिए समझौता नहीं करते और न ही करेंगे। महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए हमारा संघर्ष पहले से कहीं अधिक जोरदार होगा।

आज की पत्रकार वार्ता में पूर्व केंद्रीय मंत्री श्रीकांत जेना, पूर्व पीसीसी अध्यक्ष जयदेव जेना, प्रसाद हरिचंदन, पीसीसी उपाध्यक्ष ताराप्रसाद बाहिनीपति, रमेश जेना, ललाटेंडु महापात्र, राज्य महिला कांग्रेस अध्यक्ष मीनाक्षी बाहिनीपति, वरिष्ठ कांग्रेस नेता अनंत सेठी, जगन्नाथ पट्टनायक, शिवानंद राय, मीडिया सेल के अध्यक्ष अरविंद दास, पीसीसी प्रवक्ता रजनी महंती, निशिकांत मिश्र, ललाटेंडु दास आदि उपस्थित थे।