जयनगर में पुलिस को पहले से थी तृणमूल नेता पर हमले की भनक, थाना प्रभारी के तबादले के बाद खुला राज

कोलकाता,18 नवंबर । दक्षिण 24 परगना के जयनगर में तृणमूल कांग्रेस के नेता सैफुद्दीन लस्कर की गोली मारकर हत्या मामले में लगातार चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। अब इस बात का खुलासा हुआ है कि बारुइपुर जिला पुलिस के पास पहले से सैफुद्दीन पर हमले की सूचना थी। जिला पुलिस के खुफिया विभाग की ओर से थाने को इस बारे में अलर्ट भी किया गया था। बावजूद इसके पुलिस ने उचित कदम नहीं उठाया जिसकी वजह से तृणमूल नेता की हत्या कर दी गई। अब थाना प्रभारी राकेश चटर्जी को हटा दिया गया है। हालांकि जिला पुलिस का कहना है कि लोकसभा चुनाव से पहले यह रूटीन तबादला है, लेकिन पुलिस सूत्रों ने बताया है कि सैफुद्दीन की हत्या के तुरंत बाद पुलिस अधीक्षक ने थाना प्रभारी के तबादले के निर्देश दे दिए थे। शुक्रवार को इसे लागू किया गया है।

पार्थ सारथी पाल को जयनगर का नया थाना प्रभारी बनाया गया है जो बारुइपुर जिला पुलिस के खुफिया विभाग में अधिकारी थे। उल्लेखनीय है कि सोमवार को सैफुद्दीन की हत्या के बाद गुस्साए तृणमूल कार्यकर्ताओं ने हमलावरों में से एक शहाबुद्दीन को मौके पर ही पकड़ कर पीट-पीट कर मौत के घाट उतार दिया जबकि दूसरे हमलावर शाहरुल शेख को भी बर्बर तरीके से पीटा गया जो जख्मी हालत में इलाजरत है। बाद में अनिसुर लश्कर और कमालुद्दीन टाली नाम के दो आरोपितों को गिरफ्तार किया गया जो माकपा के कार्यकर्ता हैं। वारदात के बाद माकपा के 12 कार्यकर्ताओं के घरों में भी आग लगा दी गई थी।