जयपुर, 24 मार्च । बस्सी थाना इलाके के बैनाड़ा में शनिवार शाम केमिकल फैक्ट्री में काम कर रहे छह मजदूरों की जिंदा जलकर मौत हो गई जबकि दो लोग गंभीर रूप से झुलस गए। हादसा फैक्ट्री में बॉयलर फटने के बाद लगी आग से हुआ।
मृतकों के परिजनों-ग्रामीणों ने शव उठाने से इनकार कर दिया है। परिजन मुआवजा, फैक्ट्री मालिक के खिलाफ कार्रवाई, अवैध फैक्ट्री को बंद करने और एक सदस्य को सरकारी नौकरी दिए जाने की मांग कर रहे हैं। पुलिस- प्रशासन के अधिकारी समझाइश का प्रयास कर रहे हैं। रविवार सुबह समाचार लिखे जाने तक शव उठाने पर सहमति नहीं बन पाई थी। पांच जले शव शनिवार शाम से ही फैक्ट्री रखे हुए हैं। जबकि एक शव सवाई मानसिंह अस्पताल में रखा है। फैक्ट्री के बाहर देर रात से ग्रामीणों की भारी भीड़ जमा है। हादसे के बाद से गांव में चूल्हे नहीं जले हैं। दो गंभीर घायलों का एसएमएस अस्पताल में उपचार चल रहा है।
सहायक पुलिस आयुक्त मुकेश चौधरी ने बताया कि बस्सी थाना क्षेत्र में स्थित शालीमार फैक्टरी में शनिवार शाम करीब 6:30 बजे बायलर फटने से आग लग गई। हादसे में छह मजदूरों की जिंदा जलकर मौत हो गई जबकि गंभीर रूप से झुलसे दो अन्य मजूदरों का सवाई मानसिंह अस्पताल की बर्न यूनिट में उपचार जारी है। हादसे की सूचना मिलने पर दमकल गाड़ियां और बचाव दल को मौके पर पहुंचाया गया। दमकल की नौ गाड़ियों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।
पुलिस उपायुक्त कावेंद्र सिंह सागर के अनुसार मृतकों की शिनाख्त बैनाड़ा निवासी हीरामल गुर्जर (30), गोकुल हरिजन (35), कृष्ण गुर्जर (30), मनोहर गुर्जर (32) बिशनपुरा निवासी बाबूलाल मीणा (42) के रूप में की गई है। बाबूलाल फैक्ट्री में सुपरवाइजर था। वहीं छठा मृतक मथुरा का रहने वाला है, जिसकी शिनाख्त नहीं हो पाई है।
जयपुर कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने कहा कि हादसे की जांच की जा रही है। आग लगने की घटना में फैक्टरी मालिक से लेकर जिस किसी भी व्यक्ति की लापरवाही सामने आएगी, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
उल्लेखनीय है कि बस्सी थाना इलाके के बैनाडा में आबादी क्षेत्र में शालीमार केमिकल फैक्टरी संचालित हो रही थी। फैक्टरी में रोड और बिल्डिंग निर्माण में काम आने वाले केमिकल को बनाया जाता है। आग इतनी भीषण थी कि कुछ ही देर में फैक्टरी को अपनी चपेट में ले लिया।
फैक्टरी में काम करने वाले कर्मचारी मुकेश देव ने बताया कि बॉयलर फटने से धमाके की आवाज आई। इसके बाद लोग इधर-उधर भागने लगे। इसी दौरान बॉयलर की चपेट में आने वाले पांच-सात लोग बाहर दौड़ते हुए दिखाई दिए। जो चिल्लाने लगे, अंदर कई लोग आग की चपेट में हैं। इसके बाद बाहर से लोगों को बुलाया गया।