मुरादाबाद, 17 जून । वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में पश्चिम उत्तर प्रदेश की सात सीटों पर मुरझाए कमल को आगामी लोकसभा चुनाव में खिलाने के लिए 29 जून को भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की बिजनौर जिले में जनसभा प्रस्तावित है। शाह की इस जनसभा को पश्चिमी उप्र में लोकसभा चुनाव-2024 का शंखनाद माना जा रहा है। शाह की जनसभा के लिए बिजनौर को केंद्र में इसलिए रखा गया है जिससे इसके आसपास की संसदीय सीटों पर खासा असर होगा।
वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा का कमल पश्चिमी उत्तर प्रदेश की सभी 14 लोकसभा सीटों पर खिला था, लेकिन वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में सपा-बसपा गठबंधन के चलते पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मुरादाबाद, अमरोहा, रामपुर, संभल, बिजनौर, नगीना और सहारनपुर संसदीय सीटों पर भाजपा प्रत्याशियों को हार का सामना करना पड़ा था। रामपुर लोकसभा सीट आजम खान के इस्तीफे के बाद रिक्त हो गई थी जिस पर वर्ष 2022 में हुए उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी घनश्याम सिंह लोधी विजयी हो गए। पश्चिमी उप्र की इन सातों लोकसभा सीटों को भाजपा संगठन आसान नहीं मान रहा है। इसके लिए जहां पार्टी के प्रदेश और क्षेत्र के पदाधिकारी सांगठनिक प्रभारी के रूप में नियुक्त किए गए हैं वहीं केंद्र सरकार के मंत्रियों और केंद्रीय पदाधिकारियों को भी इन लोकसभा सीटों पर कमल खिलाने का जिम्मा सौंपा गया है।
भाजपा बिजनौर के जिला मीडिया प्रभारी विक्रांत चौधरी ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार के नौ वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में एक माह का महासंपर्क अभियान कार्यक्रम चल रहा है। इसके तहत प्रतिदिन जिले में विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं। इसी के तहत 29 जून को गृहमंत्री अमित शाह की विशाल जनसभा बिजनौर जिले में प्रस्तावित है। प्रदेश नेतृत्व द्वारा जैसे ही गृहमंत्री की जनसभा की हरी झंडी मिलेगी उसके बाद से ही सभी जनप्रतिनिधि एवं पार्टी पदाधिकारी गृहमंत्री की जनसभा को सफल बनाने के लिए जुट जाएंगे।