बेगूसराय, 11 जुलाई । राजभवन एवं ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के निर्देशानुसार राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर आधारित चार वर्षीय स्नातक का वर्ग आरंभ मंगलवार से हो गया। इसके लिए एसबीएसएस महाविद्यालय में स्नातक सत्र 2023-27 प्रथम सेमेस्टर के अभिप्रेरण वर्ग का आयोजन किया गया।
अभिप्रेरण वर्ग कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रधानाचार्य डॉ. अवधेश कुमार सिंह ने कहा कि पिछले सत्र से यह सत्र बिल्कुल ही अलग है। यह सत्र राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर आधारित है। जिसका उद्देश्य हमारे छात्रों को विश्व स्तर की शिक्षा व्यवस्था प्रदान करना एवं वैज्ञानिक सोच से लबरेज करना है।
भौतिकी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. संजय भगत ने नई व्यवस्था की बारीकियों से छात्रों को अवगत कराते हुए कहा कि पिछले सत्र से अलग यह सत्र चार वर्षों का होगा। इसमें आठ सेमेस्टर और 16 परीक्षाएं होंगी। छात्रों को माइनर विषय बदलने की छूट होगी। पूरा सत्र क्रेडिट सिस्टम पर आधारित होगा।
विषय को विस्तार देते हुए हिंदी विभाग के प्रोफेसर डॉ. अरमान आनंद ने छात्रों को बताया कि पूरे चार साल की अवधि में आठ सेमेस्टर की आठ बाह्य परीक्षा के साथ-साथ सोलह आंतरिक मूल्यांकन परीक्षा भी होनी है। जिसमें उत्तीर्ण होना अनिवार्य है। एक सेमेस्टर में दो आंतरिक मूल्यांकन परीक्षाएं आयोजित होंगी।
इसके अलावा छात्रों की उपस्थिति पर भी प्रति सेमेस्टर पांच अंक दिए जाने हैं। 75 प्रतिशत उपस्थिति की अनिवार्यता है। सेमेस्टर के बीच में कुछ सर्टिफिकेट कोर्स योग, रचनात्मक लेखन आदि के करने अनिवार्य होंगे। इस अवसर पर डॉ. अमित कुमार गुंजन, डॉ. नीलेश कुमार, डॉ. राजकुमार सिंह, डॉ. रुचि जैन, डॉ. परवेज आलम एवं डॉ. विवेक कुमार सिन्हा सहित अन्य उपस्थित थे।