अररिया 26 जुलाई । सिमराहा थाना क्षेत्र के डोरिया सोनापुर गांव में एक किशोरी की संदिग्ध हालत में शव मिला है।घटना मंगलवार देर रात की है।हालांकि घटना को लेकर स्पष्ट कुछ नहीं हो पाया हैलेकिन मामले की जांच के लिए फारबिसगंज एसडीपीओ खुशरू सिराज समेत सिमराहा थानाध्यक्ष कुमार विकास लगे हुए है और मंगलवार की रात को ही सदर अस्पताल पहुंचकर घटना की जानकारी ली।
घटना को लेकर डोरिया सोनापुर के रहने वाले मृतका के भाई रहमतुल्लाह ने बुधवार को पूछे जाने पर बताया कि वे लोग घर में नहीं थे और घर में उनकी 16 साल की बहन बेबी अफीका अकेली थी।घर में वह पढ़ाई कर रही थी और पढ़ाई करते देख घर के लोग बाहर जरूरी काम से निकले हुए थे।लेकिन जब लौट कर आया तो अफीका को घर में नहीं पाया।जिसके बाद खोजबीन करने पर घर के बगल के मदरसा के एक कमरे में जहां एमडीएम का चावल रखा हुआ था।वाहन बोरे के नीचे शव को पड़ा देखा।जिसके बाद परिजन आनन फानन में अफीका को लेकर सदर अस्पताल पहुंचा जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
रात में ही घटना की सूचना मिलने के बाद फारबिसगंज एसडीपीओ खुशरू सिराज,सिमराहा ओपी थानाध्यक्ष कुमार विकास पुलिस बलों के साथ अररिया सदर अस्पताल पहुंचे और मृतका के परिजनों से घटना को लेकर जानकारी हासिल की।फिलहाल पुलिस मामले को लेकर कुछ भी कहने से बच रही है।एसडीपीओ ने जांच के बाद ही मामले में कुछ भी बता पाने की बात कही।
मृतका के भाई रहमतुल्लाह ने बताया कि उनलोजों का पूर्व में कई लोगों से विवाद चल रहा है।जिसको लेकर पूर्व में उनलोगों के द्वारा सिमराहा थानाध्यक्ष समेत एसपी और न्यायालय में आवेदन दिए हुए है।घटना किसने और क्यों किया,ये स्पष्ट नहीं हो रहा है।लोगों की ओर से मामले को लेकर कई तरह की चर्चाएं व्याप्त है।जमीन विवाद से लेकर ऑनर किलिंग और मदरसा में प्रभुत्व और हस्तक्षेप को लेकर विवाद में किशोरी की हत्या की आशंका जताई जा रही है।लेकिन इन सबके बीच सबसे बड़ा सवाल कि आखिर किशोरी अपने घर से मदरसा के उस कमरे तक कैसे पहुंची,कहीं कोई प्रेम प्रसंग या किसी तरह की अनहोनी की आशंका तो नही।फिलहाल पुलिस ने बुधवार को शव को पोस्टमार्टम कराने के बाद शव को उनके परिजनों को सौंप दिया है और पुलिस मामले की जांच में जुटी है।