मजदूरों के एपीएफ राशि का गबन,प्राथमिकी दर्ज

निर्मली, सुपौल,15 जून । नगर पंचायत कार्यालय निर्मली में कार्यरत एनजीओ और कार्यपालक पदाधिकारी की मिलीभगत से सफाई मजदूरों के लाखों रुपए ईपीएफ राशि गबन किए जाने का मामला प्रकाश में आया है। मामले का उजागर तब हुआ जब नगर पंचायत निर्मली के कार्यपालक पदाधिकारी शशिकांत द्वारा एनजीओ राठौड़ एंड विश्वजीत इंफ्रा डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड पटना के प्रोपराइटर आशीष रंजन मिश्रा पर निर्मली थाना में कांड संख्या 124 / 23 दर्ज कराया।

उल्लेखनीय है कि उक्त एनजीओ के साथ कार्यपालक पदाधिकारी निर्मली ने दिनांक 16 सितंबर 2020 को एकरारनामा करते हुए 17 सितंबर 2020 से अगले आदेश तक के लिए उक्त एनजीओ को नगर निर्मली के साफ सफाई डोर टू डोर कचरा संग्रह की जवाबदेही दी। सफाई कार्य में लगाए गए दर्जनों मजदूरों को प्रतिमाह मजदूरी भुगतान के साथ-साथ ईपीएफ की राशि जमा करने का सरकारी प्रावधान है। बावजूद किसी भी मजदूरों का ईपीएफ राशि जमा नहीं कराया गया है। इपीएफ राशि गबन मामले में एनजीओ के प्रोपराइटर आशीष रंजन मिश्रा की माने तो इस मामले में नगर पंचायत निर्मली के कार्यपालक पदाधिकारी को इपीएफ की राशि कटौती के बाद ही एनजीओ को भुगतान करना था। किंतु कार्यपालक पदाधिकारी द्वारा ऐसा नहीं किया गया। एकरारनामा के हिसाब से पूरी की पूरी राशि एनजीओ को भुगतान प्रतिमाह कर दिया जाता था। आखिर दोषी जो भी हो सफाई कर्मी के ईपीएफ राशि का गबन जरूर दिख रहा है। जैसा कि अंकेक्षण रिपोर्ट में भी दर्शाया गया है। आश्चर्य की बात यह है कि लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी के न्यायालय में दिए गए जवाब में कार्यपालक पदाधिकारी ने उक्त एनजीओ को क्लीन चिट देते हुए यह कहा था कि एनजीओ द्वारा सही तरीके से नगर की साफ सफाई की जा रही है। डोर टू डोर कचरा का उठाओ भी प्रतिदिन हो रहा है। फिर उक्त एनजीओ का इकरारनामा रद्द कर दिया गया और एनजीओ के प्रोपराइटर पर प्राथमिकी दर्ज करा दी गई है।

नगर पंचायत निर्मली के वार्ड संख्या 11 के वार्ड पार्षद अनिल कुमार साह की माने तो अनुमंडल लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी निर्मली के न्यायालय में उनके द्वारा परिवाद पत्र दाखिल किया गया था। इस आलोक में लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी के द्वारा दिए गए निर्णय पर ही कार्यपालक पदाधिकारी द्वारा उक्त एनजीओ का इकरारनामा रद्द करते हुए एनजीओ के प्रोपराइटर पर प्राथमिकी दर्ज कराया गया है। सफाई कर्मी के इपीएफ गबन राशि में कई लोगों की संलिप्तता उजागर होने से संबंधितो में हड़कंप मचा हुआ है। इधर प्राथमिकी दर्ज होते ही गुरुवार को अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी राजू कुमार रंजन ने पुलिस बल के साथ नगर पंचायत कार्यालय निर्मली पहुंचकर गहन जांच-पड़ताल किए।