सहरसा,14 सितंबर।ऑल इंडिया कंस्ट्रक्शन वर्कर्स फेडरेशन एआईसीडब्लूएफ के देशव्यापी आह्वान पर जिले के निर्माण श्रमिकों ने अपने विभिन्न मांगों को लेकर बिहार राज्य निर्माण मजदूर यूनियन के बैनर तले समाहरणालय के समक्ष गुरुवार को विशाल आक्रोशपूर्ण प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी निर्माण श्रमिक हाथों में लाल झंडा लिए अपने मांगों के समर्थन में नारेबाजी करते रहे।
प्रदर्शन का नेतृत्व बिहार राज्य निर्माण मजदूर यूनियन के जिला सचिव मुकेश कुमार, युवा नेता कुंदन यादव, खेग्रामस नेता वकील कुमार यादव, मनरेगा मजदूरों के नेता रमेश शर्मा, असंगठित कामगार महासंघ जिला संयोजक मो. यूनुस, भाकपा माले जिला सचिव ललन यादव आदि ने किया।श्रमिक नेताओं ने कहा कि मोदी सरकार कॉर्पोरेट घरानों से यारी और मजदूर वर्ग के साथ गद्दारी कर रही है।श्रम कानूनों में अदला-बदली कर मजदूरों को गुलाम बनाने पर तुली हुई है।
वक्ताओं ने कहा कि श्रम विभाग में अधिकारी के मनमानी से मजदूर त्रस्त है।श्रम विभाग दलालों का अड्डा बन गया है। श्रमिकों को मिलने वाले अनुदानों में भ्रष्टाचार चरम पर है।मजदूरों के काम के प्रति अधिकारी बिल्कुल उदासीन है। प्रदर्शन के अंत में श्रम मंत्री के नाम जिलाधिकारी को 11सूत्री मांगों का ज्ञापन सौंपा। जिसमें सामाजिक सुरक्षा कोड सहित सभी मजदूर विरोधी कोड वापस लेने, भूमिहीनों श्रमिकों को 5डिसमिल जमीन, मकान बनाने के लिए सूद रहित 5 लाख ऋण देने, श्रम अधीक्षक के पोर्टल पर लंबित मजदूरों के विभिन्न योजनाओं के आवेदनों को निष्पादित कर उसके खातों में अनुदान राशि भेजने आदि मांगें शामिल थे।
मौके पर निर्माण मजदूर यूनियन जिलाध्यक्ष बिजेंद्र यादव, युवा नेता संतोष राम, सह सचिव विलक्षण शर्मा,मजदूर नेता सोमेश्वर राय, बमभोली सादा, विनोद सादा, संजय सादा, एक्टू जिलाध्यक्ष वीणा देवी, अफसाना प्रवीण, सती देवी, तारिणी शर्मा, संजू देवी, महेंद्र मेहता, शिवनारायण शर्मा सहित सेकड़ो लोग मौजूद थे।