एम्स निर्माण की मांग को लेकर अभूतपूर्व बंद रहा सहरसा,जिला प्रशासन भी रहाअलर्ट

एम्स निर्माण की मांग को लेकर अभूतपूर्व बंद रहा सहरसा,जिला प्रशासन भी रहाअलर्ट

सहरसा,31 जुलाई । एम्स निर्माण की मांग को लेकर पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार सोमवार को जिला में महाबंद का आयोजन शांतिपूर्ण माहौल मे संपन्न हुआ।एम्स निर्माण संघर्ष समिति के अध्यक्ष विनोद कुमार झा संरक्षक प्रवीण आनंद द्वारा सहरसा में सड़क रेल सरकारी कार्यालयों को बंद में शामिल किया गया।

पूर्व सांसद आनंद मोहन की अगुवाई में सर्वदलीय राजनीतिक पार्टी धार्मिक एवं सामाजिक संगठन के लोगों ने सुबह से ही बंद को लेकर चहलकदमी करते रहे।जिला प्रशासन भी अलर्ट मोड में रहा। इस बंद में सभी राजनीतिक पार्टियों के स्थानीय नेताओं व कार्यकर्ताओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।

बंद के आड़ में अवांछित असामाजिक तत्वों द्वारा तोड़फोड़ आगजनी जैसी घटना को रोकने के लिए जिले में चिन्हित 65 जगहों पर मजिस्ट्रेट के साथ पुलिस तैनात रहा। वही सभी एसडीओ व एसडीपीओ विधि व्यवस्था के संपूर्ण प्रभार में रहकर अपने अपने क्षेत्र में लगातार भ्रमणशील रहकर विशेष निगरानी रखते हुए विधि व्यवस्था बनाए रखा।

पूर्व सांसद आनंद मोहन एवं लवली आनंद ने कहा कि सहरसा में निर्माण अति आवश्यक है।इस मांग को लेकर सहरसा में सभी लोगों ने स्वतः स्फूर्त होकर बंद को सफल बनाया। सहरसा की इतिहास में इस प्रकार का बंदी अभूतपूर्व एवं ऐतिहासिक रहा। उन्होंने कहा कि इस बंदी एवं हड़ताल को सफल बनाने के लिए सभी राजनीतिक दल सामाजिक एवं धार्मिक संगठन बधाई के पात्र हैं।

इस बंद में राष्ट्रीय लोक जनता दल, एम॓एसयू, सीआईएसएफ,भारतीय जनता पार्टी, फ्रेंड्स ऑफ आनंद, भाकपा माले, नव जागरण मंच, नव निर्माण मंच, चिल्ड्रन स्कूल एसोसिएशन, व्यापार संघ,वाहन संघ, शहर हमारा संघर्ष हमारा, जन संघर्ष मोर्चा सहित विभिन्न संगठनों के कार्यकर्ताओं ने बंद को सफल बनाया।एम्स निर्माण की मांग को लेकर सोमवार को रेल चक्का जाम करने के मद्देनज़र जीआरपी एवं आरपीएफ के जवान स्टेशन पर तैनात थे।

सुरक्षा को लेकर समस्तीपुर से आरपीएफ की टीम मौजूद रही।खगड़िया से सहरसा के लिए भी जीआरपी की टीम को तैनात किया गया था।लेकिन आंदोलनकारियो ने सांकेतिक रूप से ट्रेन रोकी लेकिन तैनात कर्मियो ने समझा बुझाकर तत्काल सभी को हटाया गया।

पूर्व सांसद आनंद मोहन ने कहा कि सहरसा के साथ भेदभाव किया जा रहा है। विकास के साथ भी हकमारी की जा रही है। प्रमंडलीय मुख्यालय के बावजूद यहां से दूरदर्शन पोस्टल डिपार्टमेंट काडा ऑफिस यूनिवर्सिटी मेडिकल कॉलेज सहित अन्य स्थानों पर स्थानांतरित किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि कोसी जैसे पिछड़े इलाके में एम्स निर्माण बहुत जरूरी है। सहरसा वासियों की चिर प्रतिक्षित मांग को राज्य सरकार अविलंब घोषणा कर न्याय करें।इस अवसर पर बड़ी संख्या में विभिन्न संगठनों के कार्यकर्ता हाथों में झंडा लिए एम्स निर्माण की मांग संबंधी नारे लगाते रहे।