नई दिल्ली, 01 फरवरी । केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को संसद में आम बजट 2023-24 पेश करते हुए भारतीय रेलवे को अबतक का सबसे अधिक 2.40 लाख करोड़ रुपये का पूंजी परिव्यय देने की घोषणा की।
वित्त मंत्री सीतारमण ने कहा कि अवसंरचना में निवेश और उत्पादन क्षमता ने वृद्धि और रोजगार में गुणात्मक प्रभाव डाला है। महामारी की संकटपूर्ण अवधि के बाद निजी निवेश फिर से बढ़ रहा है। रेलवे के लिए 2.40 लाख करोड़ रुपये का पूंजीगत परिव्यय उपलब्ध कराया गया है। यह 2013-14 में कुल पूंजीगत परिव्यय का लगभग 9 गुना है, जो रेलवे के लिए अबतक का सबसे अधिक पूंजीगत परिव्यय है।
बंदरगाहों, कोयला, इस्पात, उर्वरक और खाद्यान्न क्षेत्रों के लिए 100 महत्वपूर्ण परिवहन अवसंरचना परियोजनाओं की पहचान की गई है। इन्हें प्राथमिकता के आधार पर 75,000 करोड़ रुपये के निवेश के साथ पूरा किया जाएगा। इनमें 15,000 करोड़ रुपये निजी क्षेत्र से आएंगे। वित्त मंत्री ने कहा कि क्षेत्रीय हवाई संपर्क में सुधार के लिए 50 अतिरिक्त हवाई अड्डों, हैलीपैड, वाटर एरोड्रोम और उन्नत लैंडिंग ग्राउंड को पुनर्विकसित किया जाएगा।
सीतारमण ने यह भी बताया कि एक विशेषज्ञ समिति अवसंरचना की सुसंगत मास्टर सूची की समीक्षा करेगी। यह समिति अमृत काल के लिए उपयुक्त वर्गीकरण और वित्तीय कार्य योजना की सिफारिश करेगी।