जोधपुर, 23 मई । पुलिस अभिरक्षा में बंदी सुरेश सिंह हत्याकांड का मोस्ट वांटेड अजयपाल सिंह उर्फ एपी को आखिरकार पुलिस ने गिरफ्तार करने में सफलता हासिल कर ली। उस पर एक लाख का इनाम घोषित होने के साथ वह प्रदेश में टॉप पांच में वांटेड था। उसकी तलाश में पुलिस की टीमें कई महिनों से तलाश कर रही थी। पैरोल अवधि में फरारी काटते हुए उस पर दो जघन्य हत्याकांड के आरोप लगे है। जिसमें एक बंदी सुरेश सिंह हत्याकांड शामिल है। यह मर्डर कांड जोधपुर के रातानाडा स्थित भाटी सर्किल पर हुआ था। जिसमें पुलिस अब तक 25 से ज्यादा लोगों को पकड़ चुकी है। उसे पनाह देने वाले भी पुलिस की गिरफ्त में आ चुके है। आरोपित एपी ने जालोर जिले के आहोर में महेंद्र खान हत्याकांड में भी शामिल रहा है।
पुलिस मुख्यालय, अपराध शाखा, राजस्थान जयपुर के सुपरविजन में अन्य राज्यों की पुलिस के साथ समन्वय स्थापित कर अजयपाल सिंह की गिरफ्तारी के लिए काफी प्रयास चल रहे थे। 5 राज्यों में करीब 40 पुलिसकर्मियों की टीमों द्वारा दो सौ दिनों में एक लाख किलोमीटर से भी ज्यादा लगातार पीछा करने पर मिली सफलता में अपराधी अजयपाल सिंह की तलाश में मध्यप्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक व गोवा राज्यों में भेजी गई थी।
अपराधी की गिरफ्तारी के लिए अपनाई गई त्रिकोणिय रणनीति फरारी के समय में भी संगठित गिरोह बनाकर लूट, डकैती व हत्या जैसे गंभीर अपराध करने की फिराक में था। अजयपाल सिंह उर्फ एपी सिंह आरोपित से पूछताछ जारी है और भी कई अवैध हथियार बरामद होने की संभावना है। फरार अपराधी को सहयोग व शरण देने पर पुष्पेन्द्र सिंह गुढ़ाबालोतान, अवतार सिंह, विरेन्द्र सिंह को भी गिरफ्तार किया गया है। अब तक इन प्रकरणों में 6 विभिन्न राज्यों से कुल 30 अपराधियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
18 दिसम्बर 21 को बंदी सुरेश सिंह की हत्या :
आरोपित अजय पाल सिंह उर्फ एपी ने गुढ़ा ऐंदला पाली निवासी बंदी सुरेश सिंह की हत्या रातानाडा भाटी सर्किल पर सुनियोजित तरीके से की थी। बंदी सुरेश सिंह पेशी करवाने के बाद भाटी चौराहा रातानाडा पहुंची व सरकारी वाहन का इन्तजार करने के समय अजयपाल सिंह व उसके साथी हरिकिशन उर्फ हिमांशु उर्फ दुर्योधन मीणा ने बंदी सुरेश सिंह व पुलिस टीम पर 18 दिसम्बर 2021 को फायरिंग की जिसमें बंदी सुरेशसिंह के गोली लगने से उसकी हत्या हो गई थी।
आहोर में महेंद्र खान की हत्या :
अजय पाल सिंह तथा उसके साथियों द्वारा की गई लूट में मिली राशि के बंटवारे को लेकर हुए विवाद को लेकर आहोर के महेन्द्र खान का अपहरण कर हत्या कर दी थी। इस हत्या कांड के केस आहोर पुलिस थाने में दर्ज हो रखा है।
बाड़मेर के युवक पृथ्वी सिंह की हत्या की थी साजिश
अपराधी अजयपाल सिंह तथा उसके साथियों का अगला टारगेट बाड़मेर निवासी पृथ्वी सिंह की हत्या करना था। जोकि वर्तमान में उसके साथी छोटू सिंह की हत्या के प्रकरण में न्यायिक अभिरक्षा में है। साथ ही दक्षिण भारत के कर्नाटक, गुजरात, महाराष्ट्र में प्रवासी मारवाड़ी युवाओं के साथ आपराधिक गिरोह बनाकर वहां लूट तथा डकैती जैसे जघन्य अपराधों को लगातार अंजाम देना था।
देश भर के इलाकों में चली तलाशी :
वारंट के आधार पर गठित डीएसटी टीम, सीएसटी टीम एवं गठित टीमों द्वारा पाली, सोजत, मणियारी, रोहट, राणी फालना धोरीमन्ना, चौहटन, देवीकोट मोहनगढ एवम भादरिया, शिव, फतेहगढ़, झिझनियाली, देणोक कल्याणपुर, चारलाई, भाण्डु, लूणावास कल्ला, लुणावास खुर्द, सिवाणा, गुड़ानाल, मणियारी, बालोतरा, बाडमेर, आहोर, भीनमाल, सांचोर, जालोर सिरोही, मध्यप्रदेश, चितौडगढ, गुजरात, पूना, बोईसर, मुम्बई, कर्नाटका तथा गोवा में तलाश की गयी एवं जिला जालोर में गठित टीम से भी समन्वय स्थापित कर गिरफ्तारी के प्रयास किए गए।
हाईकोर्ट ने दिए थे गिरफ्तारी आदेश
डीसीपी डॉ. अमृता दुहन ने बताया कि अपराधी अजयपाल सिंह द्वारा पैरोल के समय हत्या जैसा संगीन अपराध करने पर राजस्थान उच्च न्यायालय जोधपुर राजस्थान में दायर डी. बी. क्रिमिनल अपील संख्या 1143/2015 अजयपालसिंह बनाम राज्य सरकार में अभियुक्त अजयपालसिंह की गिरफ्तारी के निर्देश उच्च न्यायालय द्वारा भी दिए गए थे।
सूरत नेशनल हाइवे पर बस में पकड़ा :
टीमों द्वारा अपराधी के सहयोगियों तथा उसके छिपने के संभावित ठिकानों पर लगातार दबिशें दी जा रही थी। अपराधी दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर हो गया था। पुलिस द्वारा लगातार पीछा करने से अपराधी कई राज्यों में अपने ठिकाने एवं हुलिया बदल-बदल कर रह रहा था। 6 राज्यों में 40 पुलिसकर्मियों की टीमों द्वारा 200 दिनों से 1 लाख किलोमीटर से भी अधिक दूरी तक लगातार पीछा कर अभियुक्त को भरूच - सूरत नेशनल हाईवे टोल प्लाजा पर बस में से गिरफ्तार करने में कामयाब हुए।
यह लोग भी आज हुए गिरफ्तार
पुलिस अजय पाल सिंह के साथ सहयोग एवं शरण देने वाले खारिया मीठापुर बिलाड़ा निवासी अवतारसिंह पुत्र जालमसिंह, गुढ़ाबालोतान आहोर निवासी पुष्पेंद्र सिंह पुत्र लक्षमण सिंह एवं खारिया मीठापुर के वीरेंद्र प्रतापसिंह पुत्र देवी सिंह को पकड़ा गया है।