सिरोही, 23 मई । जिले के मंडार थाना क्षेत्र स्थित भटाना गांव में सोमवार रात रास्ता खुलवाने की कोशिश कर रहे बुजुर्ग पर कुछ लोगों ने हमला कर दिया। हमले में घायल बुजुर्ग की अस्पताल ले जाने के दौरान मौत हो गई।
जिले के मंडार थाना क्षेत्र स्थित भटाना गांव में सोमवार रात एक बुजुर्ग पर हमले के बाद उसकी मौत हो गई। बुजुर्ग के परिवार का एक बच्चा बीमार हो गया था, जिसे अस्पताल ले जाने के लिए गाड़ी से गली में पहुंचे। जहां नट परिवार में शादी होने के कारण लोगों ने सड़क पर चारपाई, टेबल आदि रखकर रास्ता बंद कर रखा था। जब गाड़ी वहां पहुंची तो नट परिवार के लोगों ने गाड़ी को रोक दिया और उन्हें अन्य किसी रास्ते से जाने के लिए कहा। बच्चे के परिजन व बुजुर्ग लाखाराम ने हाथ जोड़कर रास्ता खोलने का निवेदन किया, परंतु उन लोगों ने ऐसा करने से मना कर दिया। मामूली कहासुनी हिंसा में बदल गई। लोगों ने बुजुर्ग लाखाराम को लात-घूंसों व डंडों से पीटना शुरू कर दिया, जिसमें लाखाराम बुरी तरह से घायल हो गए।
परिजन भटाना अस्पताल में लाखाराम का प्राथमिक उपचार करवाकर गम्भीर हालत में उसे गुजरात ले जा रहे थे परंतु रास्ते में ही बुजुर्ग की मौत हो गई। पुलिस ने शव को रेवदर अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया। मंगलवार को रेवदर अस्पताल परिसर में देवासी समाज के सैकड़ों लोग इकट्ठा होकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। उन्होंने भटाना चौकी प्रभारी पर आरोपितों को संरक्षण देने, अवैध गतिविधियों को बढ़ावा देने सहित कई गभीर आरोप लगाए हैं। समाज के लोग चौकी प्रभारी को हटाने व सभी नामज़द आरोपितों को गिरफ़्तार करने की मांग कर रहे हैं। स्थानीय विधायक जगसीराम कोली, भटाना सरपंच भवानी सिंह, प्रधान प्रतिनिधि अर्जुन देवासी भी धरनास्थल पर मौजूद हैं। रेवदर सीओ घनश्याम वर्मा, तहसीलदार जगदीश विश्नोई मौके पर पहुंचे एवं समझाइश करने का प्रयास कर रहे हैं। देवासी समाज के लोग अभी भी अस्पताल में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग पर अड़े हैं।