हिमाचल में मूसलाधार बारिश का कहर, कुल्लू-मनाली में तबाही, मंडी में मंदिर जलमग्न, एक हफ्ते तक अलर्ट जारी

हिमाचल में मूसलाधार बारिश का कहर, कुल्लू-मनाली में तबाही, मंडी में मंदिर जलमग्न, एक हफ्ते तक अलर्ट जारी

शिमला, 26 अगस्त । हिमाचल प्रदेश में मॉनसून की भारी वर्षा ने जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है। कुल्लू जिले में पिछले दो दिन से हो रही बारिश के कारण व्यास नदी ने रौद्र रूप धारण कर लिया है। मनाली के वाहंग क्षेत्र में ब्यास नदी की बाढ़ में दो रेस्टोरेंट, तीन दुकानें और एक मकान पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं। चंडीगढ़-मनाली-लेह नेशनल हाईवे जगह-जगह टूट गया, जिससे कुल्लू-मनाली की कनेक्टिविटी बाधित हुई। प्रशासन ने ट्रैफिक को रायसन से डायवर्ट कर लेफ्ट बैंक मार्ग से सुचारू किया। भारी बारिश और नदी के उफान से लोगों में डर का माहौल है।

उपायुक्त कुल्लू तोरूल एस. रवीश ने बताया कि जिले के कई ग्रामीण क्षेत्रों की सड़कों और पुलों को भी नुकसान पहुंचा है। बिजली के ट्रांसफार्मर और जल शक्ति विभाग की परियोजनाएं ठप हो गई हैं। प्रशासन लगातार रेस्टोरेशन कार्य कर रहा है, लेकिन लगातार हो रही बारिश के कारण काम में भी दिक्कतें आ रही हैं। उन्होंने लोगों से अपील की है कि वे बेवजह आवाजाही से बचें।

मंडी में ब्यास नदी का प्रकोप

मंडी जिले में पंचक्त्र महादेव मंदिर के प्रांगण तक ब्यास नदी का पानी पहुंच गया है और मंदिर परिसर में आवाजाही पूरी तरह बंद कर दी गई है। गेट पर ताला लगाकर सुरक्षा सुनिश्चित की गई है।

कांगड़ा में पौंग बांध से पानी छोड़े जाने का नया शेड्यूल

कांगड़ा जिले में लगातार बारिश के कारण पौंग बांध का जलस्तर तेजी से बढ़ा है। बीबीएमबी प्रशासन ने जलस्तर के अनुसार पानी छोड़ने का नया शेड्यूल जारी किया है। 1390 फीट पर 80 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जाएगा और 1399 फीट पर 1 लाख 70 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जाएगा। 1400 फीट पर बांध से स्वतः फ्री फ्लो की स्थिति बन जाएगी। प्रशासन ने नदी किनारे रहने वाले लोगों से सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की अपील की है।

पहली सितंबर तक येलो और ऑरेंज अलर्ट जारी

मौसम विभाग ने 1 सितंबर तक राज्य में भारी बारिश की चेतावनी दी है। 27 अगस्त को शिमला और मंडी में येलो अलर्ट, 28 अगस्त को उना और कांगड़ा में येलो अलर्ट रहेगा। 29 अगस्त को मंडी, शिमला, सोलन और सिरमौर में ऑरेंज अलर्ट और उना, बिलासपुर, हमीरपुर और कांगड़ा में येलो अलर्ट जारी किया गया है। 30 अगस्त को किन्नौर को छोड़कर बाकी जिलों में भारी बारिश का खतरा है। 30 अगस्त को कांगड़ा, कुल्लू, मंडी और शिमला में ऑरेंज अलर्ट और अन्य जिलों में येलो अलर्ट रहेगा। 31 अगस्त और 1 सितंबर को भी कई जिलों में येलो और ऑरेंज अलर्ट जारी रहेगा।

24 घंटे में रिकॉर्ड बारिश

बीते 24 घंटों में बिलासपुर के नैना देवी में 160 मिमी, चंबा के चुआरी में 130 मिमी, मनाली और धर्मशाला में 100-100 मिमी, घमरूर, गग्गल, नगरोटा सूरियां, पालमपुर, भरवाई और कोठी में 90-90 मिमी, भुंतर, चंबा, संगड़ाह, गुलेर और करसोग में 70-70 मिमी, सुजारपुर टीहरा, रोहड़ू, केलांग, जोगिंद्रनगर, नादौन, बंजार और देहरा गोपीपुर में 60-60 मिमी तथा अघ्घार, बरठीं, सुंदरनगर में 50-50 मिमी, कोटखाई, कुफरी, सराहन और मंडी में 40-40 मिमी वर्षा दर्ज की गई।

3 नेशनल हाइवे व 677 सड़कें बंद

राज्य में भूस्खलन से तीन नेशनल हाईवे और 677 सड़कें बंद हैं। मंडी में 342, कुल्लू में 131, शिमला में 45, सिरमौर में 36, कांगड़ा में 67, उना में 18, सोलन में 19, बिलासपुर में 13 और हमीरपुर में 5 सड़कें ठप हैं। किन्नौर में एनएच-5, कुल्लू में एनएच-305 और मंडी में एनएच-3 बंद हैं। बिजली आपूर्ति भी प्रभावित हुई है। प्रदेश में 1413 ट्रांसफार्मर ठप हो चुके हैं। मंडी में 1021, कुल्लू में 859, सोलन में 63, हमीरपुर में 49 और शिमला में 29 ट्रांसफार्मर खराब हैं। 420 पेयजल योजनाएं प्रभावित हुई हैं, जिनमें कांगड़ा 148, कुल्लू 88, हमीरपुर 78, मंडी 62 और शिमला 35 शामिल हैं।

मॉनसून में 310 पहुंचा मौत का आंकड़ा

मॉनसून सीजन में अब तक प्रदेश में 310 लोगों की मौत, 38 लापता और 369 घायल हुए हैं। मंडी में 51, कांगड़ा में 49, चंबा में 36, शिमला और किन्नौर में 28-28, कुल्लू में 26, सोलन में 21, ऊना में 18, हमीरपुर में 16, बिलासपुर में 15, सिरमौर में 14 और लाहौल-स्पीति में 8 मौतें हुई हैं। 3,339 मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं, जिनमें 720 पूरी तरह ढह गए। मंडी में 1,506 मकान प्रभावित हुए, जिनमें 494 पूरी तरह ध्वस्त हैं। 476 दुकानें और 2,979 पशुशालाएं भी बर्बाद हो गई हैं। 1,846 पालतू पशु और 25,755 पोल्ट्री पक्षी मारे गए। मानसून से कुल नुकसान लगभग 2,454 करोड़ रुपये हुआ है।

फ्लैश फ्लड, भूस्खलन और बादल फटने की घटनाएं

इस मानसून में 90 फ्लैश फ्लड, 84 भूस्खलन और 42 बादल फटने की घटनाएं हुई हैं। सबसे ज्यादा फ्लैश फ्लड लाहौल-स्पीति में 52 दर्ज हुए। कुल्लू में 15, शिमला में 14, लाहौल-स्पीति में 13, मंडी में 12 और चंबा में 11 बार भूस्खलन हुआ। मंडी में 18, कुल्लू में 10, चंबा में 6, शिमला और लाहौल-स्पीति में 3-3 तथा किन्नौर में 1 बार बादल फटा।

कई जिलों में बंद रहे शिक्षण संस्थान

भारी वर्षा के कारण मंगलवार को शिमला, मंडी, कांगड़ा, कुल्लू, चंबा, ऊना, सोलन, बिलासपुर और हमीरपुर में सभी स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र बंद रहे। लाहौल और उदयपुर उपमंडल में भी स्कूल बंद रहे। बुधवार को कुल्लू जिले के बंजार, मनाली और कुल्लू उपमंडलों में अवकाश रहेगा।