भोपाल, 30 अगस्त । मध्य प्रदेश में इस वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों की तैयारी तेज हो गई है। राज्य में सत्ता की बागडाेर अपने हाथों में बनाए रखने के लिए भाजपा भी एड़ी चोटी का जोर लगा रही है। केन्द्रीय नेतृत्व से लेकर दूसरे राज्यों के विधायकों ने भी प्रदेश में चुनावी मोर्चा संभाला हुआ है। भाजपा की चुनावी कमान केंद्रीय नेतृत्व के हाथ में होने और प्रवासी विधायकों की तैनाती को लेकर कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ ने तंज कसा है।
कमलनाथ ने बुधवार को ट्वीट कर कहा है कि मप्र में भाजपा चुनाव के लिए नेतृत्व का चेहरा भी बाहर का दिखा रही है; प्रचार के लिए मंत्री और विधायक भी बाहर से ला रही है; बाहरियों को ज़्यादा महत्व देने के कारण संगठन में भी आपस में ठनी हुई है, मतलब सब कुछ बाहर से, ये भाजपा के सत्ता से बाहर जाने के स्पष्ट संकेत हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि अब क्या भाजपा मतदाता भी बाहर से लाएगी क्योंकि मप्र के सतर्क मतदाता तो अब इनके झाँसे में नहीं आनेवाले और न ही भाजपा को कोई चुनावी-घपला करने देंगे। इस बार मप्र का हर एक मतदाता सजग है क्योंकि इस चुनाव से उसका और मप्र का भविष्य तय होना है।