उज्जैन: न्यायाधीश से आरोपित की रिक्वेस्ट: महिदपुर उप जेल भेज दें

उज्जैन, 06 अप्रैल । केन्द्रीय जेल भैरवगढ़ के प्रहरियों व अन्य कर्मचारियों की जीपीएफ अकाउंट में हेराफेरी कर 15 करोड़ रुपये से अधिक का गबन करने वाले आरोपितों को अब रिमाण्ड अवधि पूरी होने के बाद भैरवगढ़ जेल जाने में डर लग रहा है। इसी कांड से जुड़े एक आरोपित ने बुधवार को मजिस्ट्रेट के समक्ष निवेदन किया कि उसे भैरवगढ़ जेल न भेजें।

67 से अधिक जेल प्रहरियों के जीपीएफ खातों से करोड़ों का गबन हुआ है। यह प्रहरी आक्रोशित भी हैं और पुलिस गिरफ्त में आ चुकी जेल अधीक्षक उषा राज सहित अन्य आरोपितों की रिमाण्ड खत्म होने के बाद भेरूगढ़ जेल आने का इंतजार कर रहे हैं। वहीं आरोपितों में भी भैरवगढ़ जेल जाने का भय बना हुआ है।

एसआईटी द्वारा गबन कांड के एक आरोपित को कोर्ट में पेश किया गया जहां उसने मजिस्ट्रेट से निवेदन किया कि उसे भैरवगढ़ जेल न भेजकर अन्य जेल भेज दिया जाए। सीएसपी अनिल मौर्य ने बताया कि आरोपित की रिक्वेस्ट पर उसे महिदपुर उपजेल भेजा जा रहा है।

तीन मामलों में पूछताछ के बाद उससे करीब 1 लाख 60 हजार रुपये की रिकवरी हो पाई है। एसआईटी जेल गबन कांड में अब तक पूर्व जेल अधीक्षक उषा राज, पूर्व लेखा प्रभारी रिपुदमन व एक अन्य प्रहरी को गिरफ्तार कर चुकी है जो पुलिस रिमाण्ड पर हैं। वहीं प्रहरी देवेन्द्र चौहान अब तक फरार है जिसकी तलाश में टीमें लगी हैं। बताया जाता है कि पूर्व जेल अधीक्षक सहित दोनों प्रहरी भी भैरवगढ़ जेल जाने से बचने के लिये मजिस्ट्रेट के सामने विनती कर सकते हैं। इनकी रिमाण्ड 8 अप्रैल को समाप्त होगी।