थलसेना के पूर्वी कमान प्रमुख और डीआरडीओ महानिदेशक ने किए भगवान महाकाल के दर्शन

थलसेना के पूर्वी कमान प्रमुख और डीआरडीओ महानिदेशक ने किए भगवान महाकाल के दर्शन

उज्जैन, 02 सितंबर । भारतीय थल सेना की पूर्वी कमान के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल राणा प्रताप कलिता और डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन (डीआरडीओ) की महानिदेशक (पीसी एवं एसआई) डॉ. चंद्रिका कौशिक ने शनिवार को भगवान महाकाल के दर्शन किए। भारतीय रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर टी रविशंकर ने भी भगवान महाकाल के दर्शन कर पूजन-अर्चन किया। तीनों हस्तियां अलसुबह होने वाले भगवान महाकाल की भस्मारती में भी शामिल हुईं।

लेफ्टिनेंट जनरल राणा प्रताप कलिता, डॉ. चंद्रिका कौशिक और टी. रविशंकर शनिवार अलसुबह महाकालेश्वर मंदिर पहुंचकर ज्योतिर्लिंग भगवान महाकाल की भस्मारती में शामिल हुए। भस्मारती खत्म होने के बाद उन्होंने चांदी द्वार से महाकाल के दर्शन किए और इसके बाद नंदी हॉल में बैठकर आशीर्वाद लिया। उन्होंने भगवान महाकाल का अभिषेक-पूजन भी किया। इस मौके पर महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति की ओर से कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम, प्रशासक एवं अपर कलेक्टर संदीप सोनी द्वारा महाकालेश्वर भगवान का चित्र, उत्तरीय वस्त्र एवं प्रसाद भेंट कर सभी का सम्मान किया गया। इस दौरान सुरक्षा के चाक चौबंद इंतजाम किए गए थे।

महाकालेश्वर मंदिर में शनिवार तड़के भस्मारती के दौरान तीन बजे मंदिर के कपाट खोले गए। जल से भगवान महाकाल का अभिषेक करने के बाद दूध, दही, घी, शक्कर, शहद, फलों के रस से बने पंचामृत से पूजन किया गया। भांग, चंदन, सूखे मेवों और आभूषणों से बाबा महाकाल का दिव्य शृंगार किया गया। मस्तक पर तिलक और चंदन का त्रिपुंड अर्पित कर भगवान महाकाल को भस्म चढ़ाई गई। शेषनाग का रजत मुकुट, रजत की मुंडमाल और रुद्राक्ष की माला के साथ सुगंधित पुष्प से बनी माला धारण कराई गई। फल और मिष्ठान का भोग लगाया। महानिर्वाणी अखाड़े की और से भगवान महाकाल को भस्म अर्पित की गई।