मुख्यमंत्री शिवराज भाजपा विकास यात्रा को लेकर कर रहे अहम बैठक, कार्ययोजना के साथ घर-घर पहुंचने की बनेगी रणनीति

मुख्यमंत्री शिवराज भाजपा विकास यात्रा को लेकर कर रहे अहम बैठक, कार्ययोजना के साथ घर-घर पहुंचने की बनेगी रणनीति

भोपाल, 18 जनवरी । मध्य प्रदेश में सत्ताधारी दल भारतीय जनता पार्टी विधानसभा चुनाव को लेकर मिशन -2023 की तैयारी में जुट गई है। अपने चार साल के विकास कार्यों को लेकर मंत्री और विधायक एक फरवरी से जनता के बीच जाएंगे और उन्हें सरकार के विकास कार्यों एवं योजनाओं के बारे में बताएंगे। इसमें पार्टी के निर्वाचित प्रतिनिधि विभिन्न विकास कार्यों का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। इसके लिए मुख्य रूप से कायर्योजना पर चर्चा को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज यानी कि बुधवार को सभी मंत्रियों के साथ बैठक करने जा रहे हैं।

इस समय मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान विकास कार्यों को लेकर विधायकों से लगातार अलग-अलग बातचीत करते हुए उनके क्षेत्र की समस्याएं और भारतीय जनता पार्टी की जीत के लिए सुझाव तथा अन्य विषयों पर आवश्यक चर्चा लगातार कर रहे हैं। मुख्यमंत्री शिवराज ने विधायकों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि अधिक से अधिक समय विधानसभा क्षेत्र में जनता के बीच बिताएं। जनता की समस्याओं को सुनें और हल करें। सरकार ने विधायकों से 15 करोड़ रुपये तक के निर्वाचन क्षेत्र में कराए जाने वाले कामों के प्रस्ताव भी मांगे थे, जिनमें अधिकांश ने अपने क्षेत्र की प्राथमिकताओं से सीएम शिवराज को अब तक अवगत भी करा दिया है।

उल्लेखनीय है कि गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा इस बैठक के संबंध मे पहले ही बता चुके हैं उन्होंने बताया था कि एक से 15 फरवरी के बीच राज्यव्यापी विकास यात्राएं निकलेगी। इससे पहले की बैठक में मंत्रियों की तरफ से विकास की योजनाओं के काम और उनके प्रभार के जिलों में चल रहे विकास कार्यों की जानकारी प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव को दी जा चुकी है। मंत्रियों को कहा गया है कि प्रभार के जिलों में जाने पर गरीब बस्तियों और अनुसूचित जाति, जनजाति छात्रावासों का भी औचक निरीक्षण कर छात्र-छात्राओं से संवाद करें। जनता को सरकार की महत्वपूर्ण योजनाओं के बारे में बताएं। लोगों से मिलकर पूछें कि उन्हें सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का लाभ मिल रहा है या नहीं। भाजपा राज्य में लगभग 20 वर्षों से सत्ता में है। 230 सदस्यीय एमपी विधानसभा में भाजपा के 127 सदस्य और विपक्षी कांग्रेस के 96 सदस्य हैं।