राजस्थान मतदाता सूची : पुरुषों के मुकाबले महिलाओं के 80 हजार वोट बढ़े, जेंडर रेश्यो 917 से बढ़कर अब 921 हुआ

राजस्थान मतदाता सूची : पुरुषों के मुकाबले महिलाओं के 80 हजार वोट बढ़े, जेंडर रेश्यो 917 से बढ़कर अब 921 हुआ

जयपुर, 5 अक्टूबर । प्रदेश में निर्वाचन विभाग की ओर से मतदाता सूचियों के द्वितीय विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम के तहत राज्य के सभी 200 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों की फोटोयुक्त मतदाता सूचियों का अन्तिम प्रकाशन करने के बाद मतदाताओं की तस्वीर साफ हो गई है। इस विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम के दौरान 6 लाख 96 हजार 424 मतदाताओं की बढ़ाेतरी हुई है। इसमें पुरुषों के मुकाबले महिलाओं के 80 हजार वोट बढ़े हैं, जबकि जेंडर रेश्यो 917 से बढ़कर अब 921 हो गया है।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने बताया कि प्रदेश में मतदाता सूचियों के इस विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम के दौरान 6 लाख 96 हजार 424 मतदाताओं की वृद्धि हुई है। अन्तिम प्रकाशन की तिथि तक राज्य में कुल 5 करोड़ 26 लाख 80 हजार 545 मतदाता पंजीकृत हैं। इनमें से 2 करोड़ 73 लाख 58 हजार 627 पुरुष एवं 2 करोड़ 51 लाख 79 हजार 422 महिला मतदाता सम्मिलित हैं। पुनरीक्षण कार्यक्रम के दौरान निर्धारित अवधि में मतदाता सूची में नाम जुड़वाने के लिए प्रारूप-6 में कुल 10 लाख 92 हजार 358 आवेदन पत्र एवं प्रारूप-7 में विलोपन के लिए 3 लाख 95 हजार 934 आवेदन पत्र स्वीकार हुए। इस क्रम में राज्य की सभी विधानसभा क्षेत्रों में कुल 6 लाख 96 हजार 424 मतदाताओं की वृद्धि हुई है जो कि 1.27 प्रतिशत है।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि इस पुनरीक्षण कार्यक्रम के अन्तर्गत अन्तिम रूप से प्रकाशित मतदाता सूची में 80 वर्ष से अधिक आयु के कुल 11.78 लाख मतदाता, 100 वर्ष से अधिक आयु के कुल 17241 मतदाता पंजीकृत हैं। इसी प्रकार कुल 5.61 लाख विशेष योग्यजन मतदाता के रूप में पंजीकृत हैं। भारत निर्वाचन आयोग द्वारा मतदाता सूची में पंजीकृत इन मतदाताओं को निर्वाचन के समय होम वोटिंग के रूप में पोस्टल बैलेट के माध्यम से मतदान की सुविधा का विकल्प प्रदान किया गया है।

उन्होंने बताया कि पुनरीक्षण कार्यक्रम के दौरान महिलाओं, ट्रांसजेंडरों, पीवीटीजी (विषेष रूप से कमजोर जनजाति समूहों) आदि वर्गों के पंजीकरण को बढ़ाने के लिये विषेष शिविरों का आयोजन कर इन्हें मतदाता सूची में जोड़ा गया। इस क्रम में 20 सितम्बर 2023 को विषेष रूप से नवविवाहित महिलाओं के पंजीकरण के लिए सभी जिलों में विशेष शिविर आयोजित किये गये, जिसके अन्तर्गत कुल 32 हजार 247 नवविवाहित महिलाओं का पंजीकरण किया गया। अंतिम प्रकाशन की तिथि को राज्य में कुल 606 ट्रांसजेंडर मतदाता एवं 77 हजार 343 पीवीटीजी मतदाता पंजीकृत है।

गुप्ता ने बताया कि पुनरीक्षण कार्यक्रम के दौरान दावे एवं आपत्तियां प्राप्त करने की अवधि में 27 अगस्त, 2023 एवं 10 सितम्बर, 2023 को सभी विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों के प्रत्येक मतदान केन्द्र पर विशेष शिविर आयोजित कर दावे एवं आपत्तियों के आवेदन पत्र प्राप्त किए गए। पुनरीक्षण कार्यक्रम के दौरान अधिक ध्यान ऑनलाईन आवेदन पत्र प्रस्तुत करने की ओर दिया गया। इसके लिए निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी, सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी, पर्यवेक्षक एवं बूथ लेवल अधिकारियों को प्रशिक्षित किया गया तथा मतदाता साक्षरता क्लबों आदि के माध्यम से आम नागरिकों को जानकारी दी गई।

मुख्य निवार्चन अधिकारी ने बताया कि पुनरीक्षण कार्यक्रम के अन्तर्गत विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र की मतदाता सूचियों में मृत/स्थानान्तरित मतदाताओं के नाम विलोपित कर मतदाता सूचियों का शुद्धीकरण किया गया जिससे मतदाता-जनसंख्या अनुपात अंतिम प्रकाशन के दौरान 650 हो गया है, जो कि प्रारूप प्रकाशन की तिथि को 640 था। इसी प्रकार लिंगानुपात अंतिम प्रकाशन के दौरान 920 हो गया है जो प्रारूप प्रकाषन के दौरान 917 था। उन्होंने बताया कि मतदान केन्द्रों के पुनर्गठन एवं सुव्यवस्थिकरण प्रक्रिया में भारत निर्वाचन आयोग से अनुमोदन प्राप्त होने के बाद राज्य में 601 मतदान केन्द्रों का नवसृजन एवं 32 मतदान केन्द्रों का समायोजन किया गया, जिसके परिणामस्वरूप 569 मतदान केन्द्रों की शुद्ध वृद्धि हुई है। पुनर्गठन उपरान्त राज्य में मतदान केन्द्रों की संख्या 51 हजार 187 से बढ़कर 51 हजार 756 हो गई है। वहीं जीर्ण-शीर्ण होने एवं एएमएफ सुविधाओं के अभाव वाले 427 मतदान केन्द्रों का भवन परिवर्तन किया गया।

गौरतलब है कि 2018 के आम विधानसभा चुनावों में प्रदेश मे 4 करोड़ 77 लाख 89 हजार मतदाता थे। इनमें 2 करोड़ 49 लाख 61 हजार महिलाएं और 2 करोड़ 28 लाख 27 हजार महिला मतदाता थे।