गोरखपुर, 17 अप्रैल । पंडित दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में पहली बार तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय पुरातन छात्र सम्मेलन आयोजित होने जा रहा है। पुरातन छात्र परिषद् ने इसकी तैयारियां शुरू कर दी हैं। इस प्रथम अंतरराष्ट्रीय पुरातन छात्र सम्मेलन में गोरखपुर पर भी एक सत्र होगा। इस सत्र को आइकन्स ऑफ गोरखपुर के नाम से जाना जाएगा। इतना ही नहीं, तीसरे दिन अंतरराष्ट्रीय पुरातन छात्र सम्मेलन होगा। इस दौरान विश्वविद्यालय अपने पुरातन छात्रों के साथ नैक ए प्लस प्लस श्रेणी प्राप्त होने के अवसर को सेलिब्रेट करेगा।
तैयारी के मुताबिक इस सत्र में शिक्षाविद्, सामाजिक कार्यकर्ता, पत्रकार तथा विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों समेत 250 से अधिक लोगों के शामिल होने की संभावना है। 29 अप्रैल से पहली मई तक आयोजित इस वर्ष के अंतरराष्ट्रीय पुरातन छात्र सम्मेलन में सहभागिता के लिए 2000 रुपये शुल्क देकर पंजीकरण कराना होगा।
यह है कार्यक्रम
- पहले दिन लोकल एलुमनी कनेक्ट आयोजित होगा।
- दूसरे दिन सेमीनार का आयोजन होगा
- तीसरे दिन अंतरराष्ट्रीय पुरातन छात्र सम्मेलन होगा।
अभी 15000 पुरातन छात्रों का डेटा है विवि के पास
दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के मीडिया एवं जनसंपर्क कार्यालय के डा. महेन्द्र सिंह के मुताबिक वर्तमान में विश्वविद्यालय के पास 15 हजार पुरातन छात्रों का डाटा है। इसे बढ़ाकर 30 हजार करने की मंशा है। सभी विभागों से 1000 पुरातन छात्रों का विवरण मांगा गया है।
कुलपति ने कहा
कुलपति प्रोफेसर राजेश सिंह ने बताया कि पुरातन छात्रों को विश्वविद्यालय पुरातन छात्र परिषद् की सदस्यता मिलेगी। इसके लिए कुछ शुल्क निर्धारित है। लाइफ टाइम सदस्यता के लिए 2500 रुपये, वार्षिक सदस्यता के लिए 1000 रुपये देकर पंजीकरण करा सकेंगे। विश्वविद्यालय के वर्तमान छात्र 500 रुपये तथा सम्बद्ध महाविद्यालयों के वर्तमान छात्र 700 रुपये देकर लाइफ टाइम सदस्यता ले सकेंगे।