काठमांडू, 18 अक्टूबर । पूर्व प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने कहा है कि राजनीतिक दलों के बीच बातचीत के बिना चुनावी माहौल नहीं बनाया जा सकता है। उन्होंने सरकार पर चुनावी माहौल बनाने के बदले बिगाड़ने का आरोप लगाया।
जेन जी प्रदर्शन के बाद आगजनी कर दिए गए पार्टी के केंद्रीय कार्यालय में शनिवार को पहली बार पहुंचे ओली ने चुनाव होने को लेकर आशंका जताते हुए कहा कि सरकार निष्पक्ष और भयमुक्त वातावरण में कैसे चुनाव करा सकती है। जब लगभग 1,200 हथियार और 100,000 से अधिक गोलियां लूटी गई हैं और लगभग 5,500 कैदी अभी भी जेल से बाहर आजाद घूम रहे हैं।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री से लेकर गृहमंत्री तक राजनीतिक दल के नेताओं को खुलेआम धमका रहे हैं, उन्हें गिरफ्तार करने की धमकी दे रहे हैं, जेल में डालने की धमकी दे रहे हैं, झूठे मामले में फंसाने की धमकी दे रहे हैं। ऐसे में चुनाव के लिए स्वतंत्र और भयमुक्त वातावरण कैसे बनेगा? ओली ने कहा सरकार की बोली से चुनाव माहौल बनने के बदले बिगड़ रहा है।
ओली ने कहा कि जेन जी आंदोलन के नाम पर हिंसक तत्वों की अराजक गतिविधियों का समर्थन नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि चुनाव डर के माहौल में नहीं होना चाहिए। ओली का कहना है कि नागरिक सुरक्षा को सुनिश्चित करना राज्य का कर्तव्य है, लेकिन सरकार के हरकत से चुनावी माहौल बनने के बदले और बिगड़ रहा है।
ओली ने दोहराया कि भंग प्रतिनिधि सभा को कानून के रास्ते बहाल करना उनकी पार्टी की पहली प्राथमिकता है, इसके लिए उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से सड़क से दबाव देने का आह्वान किया।
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कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा बड़े पैमाने पर वोट चोरी का आरोप लगाने के बाद राज्य में एसआईटी का गठन किया गया है। राहुल गांधी ने अपने दावे के समर्थन में 2023 के कर्नाटक विधानसभा चुनाव के दौरान अलंद निर्वाचन क्षेत्र का हवाला दिया था।