मीरजापुर, 29 मार्च । राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत स्वयं सहायता समूह की महिलाएं पुष्टाहार बनाकर स्वावलंबी और आत्मनिर्भर बन रही हैं। आटा-बेसन हलवा, आटा-बेसन बर्फी, दलिया, खिचड़ी, एनर्जी डेंस हलवा का निरंतर उत्पादन कर रही हैं।
उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन योजना के तहत प्रदेश भर में कुल 74 टीएचआर प्लांट संचालित हो रहे हैं। मीरजापुर में चार टीएचआर प्लांट में पुष्टाहार का उत्पादन निरंतर हो रहा है। जिले में गठित समूहों के लघु उद्योग से पुष्टहार का निर्माण कराया जा रहा है। इसमें उन्नति प्रेरणा महिला लघु उद्योग सिटी, राजभोग प्रेरणा महिला लघु उद्योग छानबे, कान्हा प्रेरणा महिला लघु उद्योग महुगढ़ हलिया व खुशी प्रेरणा महिला लघु उद्योग पुष्टाहार उत्पादन इकाई पटेहरा में समूह पुष्टाहार का निर्माण किया जा रहा है।
पुष्टाहार उत्पादन इकाई से महिलाओं एवं बच्चाें को खाने के लिए पौष्टिक एवं गुणवत्तापूर्ण पुष्टाहार उत्पादित किया जा रहा है। इसमें छह महीने से तीन वर्ष, तीन वर्ष से छह वर्ष, गभर्वती एवं धात्री महिलाएं तथा कुपोषित बच्चाें के लिए आटा-बेसन हलवा, आटा-बेसन बर्फी, दलिया मूंग दाल, खिचड़ी एवं एनर्जी डेंस हलवा का उत्पादन किया जा रहा है। वर्तमान समय में लगभग ढाई से तीन टन पुष्टाहार का उत्पादन हो रहा है।
जिला विकास अधिकारी श्रवण कुमार राय ने बताया कि मीरजापुर में चार टीएचआर प्लांट में पुष्टाहार का उत्पादन निरंतर हो रहा है। जिले में गठित समूहों के लघु उद्योग से पुष्टहार का निर्माण कराया जा रहा है। प्रदेश में रोजाना पुष्टाहार उत्पादन के लिए विकास खंड सिटी के उन्नति प्रेरणा महिला लघु उद्योग के स्थापित प्लांट को प्रदेश में भर में प्रथम स्थान एवं छानबे में राजभोग प्रेरणा महिला लघु उद्योग को चतुर्थ स्थान मिला है। महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही हैं।