मीरजापुर, 31 मार्च । कोविड के एक बार फिर दस्तक देने की आंशका जताते हुए प्रशासन अलर्ट हो गया है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से इसकी रोकथाम के लिए तैयारी शुरू कर दी गई है। मंडलीय चिकित्सालय में आक्सीजन प्लांट तैयार करने के लिए निर्देशित कर दिए गए हैं, जिससे जरूरत पड़ने पर मरीजों को यहां भर्ती कर उनको आक्सीजन दी जा सके। हालांकि अभी शासन की ओर सेे कोई गाइड लाइन नहीं आई है।
जिले में कोरोना के संक्रमितों के मिलने के सिलसिले शुरू हाे गए हैं। इसको देखते हुए स्वास्थ्य विभाग की ओर से संदिग्धों की जांच के लिए दो टीमें बनाई गई हैं। जांच के लिए करीब दस हजार किट मंगवा लिए गए हैं। सबसे पहले मंडलीय चिकित्सालय में इसकी जांच की सुविधा की जाएगी। इसके अलावा किसी स्थान पर कोविड के मरीज प्रकाश में आने पर वहां पर जाकर टीम जांच करेगी। जनपद में चार दिनों के अंदर चार मरीज मिलने से तैयारी और तेजी से की जा रही है। हालांकि जो मरीज अभी मिल रहे हैं उनको होम आइसोलेट कराया जा रहा है। अधिक बीमार होने पर मंडलीय चिकित्सालय या विंध्याचल में एल टू वार्ड बनाया जाएगा, जहां मरीज भर्ती कराए जाएंगे।
मुख्य चिकित्साधिकारी डा. राजेंद्र प्रसाद ने बताया कि कोरोना के जो भी मरीज मिल रह हैं उनको होमआइसोलेट कराया जा रहा है। उनकी जांच के लिए टीम बनाई गई है। किसी प्रकार की और तैयारी की जरूरत होगी तो वह भी की जाएगी।
टीकाकरण के लिए कोई निर्देश नहीं
कोरोना के संक्रमितों के मिलने की जानकारी होने पर स्वास्थ्य विभाग उनको होम आइसोलेट करा रहा है। हालांकि अभी टीकाकरण करने का कोई निर्देश जारी नहीं किया गया है और न ही कोई वैक्सीन आई है। कोविड से बचाव के लिए अन्य सारी तैयारी शुरू कर दी गई है।
जिले में मिल चुके हैं 12371 मरीज
कोरोना के दौरान जिले में अबतक 12371 मरीज कोविड के मिले थे। इसमें से 12332 मरीज ठीक हुए थे। वहीं 130 मरीजों की मौत हुई थी। कोरोना की चौथी लहर आने की आशंका जताते हुए स्वास्थ्य विभाग ने कमर कस ली है।
मंडलीय चिकित्सालय में तीन आक्सीजन प्लांट
कोविड से निपटने के लिए सरकार की ओर से मंडलीय चिकित्सालय में तीन आक्सीजन प्लांट स्थापित करा दिए गए हैं। इसमें दो चालू हालत में हैं, जबकि एक जनरेटर नहीं होने के कारण बंद चल रहा है। उसे चालू करने के लिए उसे महिला चिकित्सालय से उठाकर मंडलीय चिकित्सालय में लाया जा रहा है।